वर्ष 2012 हिंदी सिनेमा के इतिहास का महत्वपूर्ण साल है। अब आपको लग रहा होगा कि मैं 2022 में , दस साल पीछे जाने की कोशिश क्यों कर रही हूँ, तो यह बात मेरी जैसी हिंदी सिने प्रेमियों के लिए बेहद खास साल रहा है, चूँकि शायद ही हिंदी सिनेमा के इतिहास में ऐसा वर्ष रहा होगा, जब एक साथ हिंदी सिनेमा में कई नए चेहरे लांच हुए, कुछ स्टार किड्स रहे, तो कुछ आउटसाइडर भी रहे, कमाल की बात यह रही कि सभी की फिल्में कामयाब हुईं, उस लिहाज से 2012 एक महत्वपूर्ण साल रहा और अब उन कलाकारों ने दस सालों का सफर पूरा कर लिया है। इन नामों की बात करें, तो आयुष्मान खुराना, यामी गौतम, आलिया भट्ट समेत और भी कई बड़े नाम शामिल हैं, तो मैं यहाँ एक नजर उन सभी सितारों के दस साल के सफरनामा पर एक नजर डालने जा रही हूँ।
आयुष्मान खुराना
हाल ही में आयुष्मान खुराना से बातचीत हुई तो, उन्होंने भी यह बात दोहराई कि 2012 हिंदी सिनेमा के लिए खास रहा है, क्योंकि कई सितारें आये और सभी लगातार दस सालों से अच्छा काम कर रहे हैं। खुद आयुष्मान खुराना ने ‘विक्की डोनर ‘से फ़िल्मी करियर की शुरुआत की, स्पर्म डोनेशन के विषय पर बनी यह फिल्म काफी कामयाब रही, इसके बाद आयुष्मान की कुछेक फिल्में ही कामयाब नहीं रहीं, लेकिन इसके बाद ‘दम लगा के हईसा’, ‘शुभ मंगल सावधान,’ ‘बाला’ ‘आर्टिकल 15’, ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान,’ ‘बधाई हो’, ‘अंधाधुन’, ‘ड्रीम गर्ल’, ‘गुलाबो सिताबो ‘और अब ‘अनेक‘ जैसी शानदार और अलग मिजाज की फिल्में अपनी फिल्मोग्राफी की फेहरिस्त में शामिल कर लिए हैं, अनकन्वेंशनल किरदारों को निभाने में उन्होंने एक सफल पारी खेली है।
आलिया भट्ट
आलिया भट्ट ने करण जौहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर‘से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने अपने शुरुआती करियर में ही फिल्में की हाइवे, जिसमें उन्होंने एक शानदार किरदार निभाया, फिर ‘उड़ता पंजाब,’ ‘राजी,’ ‘गल्ली बॉय ‘और अब जाकर ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ से तो उन्हें अलग ही पहचान मिली। ‘टू स्टेटस‘ में भी उन्होंने अनोखा किरदार किया था। ‘कपूर एंड संस्‘ में भी यूथ ने उनसे रिलेट किया। ‘डियर जिंदगी’ की कहानी भी कनेक्ट कर गई थी। आलिया के दस सालों के सफर में ‘कलंक’, ‘सड़क 2’ और ‘शानदार‘ ही उनकी असफल फिल्में रही हैं। आने वाले समय में उनकी फिल्म ‘रॉकी एंड रानी की प्रेम कहानी ‘और ‘ब्रह्मास्त्र‘ से मुझे बेहद उम्मीद है। उनकी फिल्म ‘डार्लिंग्स ‘को लेकर भी मुझे काफी उम्मीदें हैं। आलिया भट्ट ने इन दस सालों के सफर को पूरा करते हुए, अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म भी साइन कर ली है।
सिद्धार्थ मल्होत्रा
सिद्धार्थ मल्होत्रा भी करण जौहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर ‘से इंडस्ट्री में आये। उनके अभिनय को इसमें काफी पसंद किया गया। इसके बाद उनके अभिनय की तारीफ़ ‘कपूर एंड संस्‘ में खूब हुई, हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘शेरशाह‘ से उनकी लोकप्रियता काफी बढ़ी। हालाँकि उन्हें कुछ असफल फिल्मों का भी सामना करना पड़ा, लेकिन वह डटे रहे और अपनी मेहनत से उन्होंने जगह अब बना ली है, आने वाले समय में ‘मिशन मजनू’ जैसी फिल्म वह कर रहे हैं, साथ ही रोहित शेट्टी के साथ ‘इंडियन पुलिस फ़ोर्स ‘नामक एक वेब सीरीज में भी काम कर रहे हैं।
यामी गौतम
यामी गौतम ने भी आयुष्मान खुराना के साथ अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी। फिल्म विक्की डोनर से। इस फिल्म में वह अहम किरदार में थीं। इस फिल्म से उन्हें काफी कामयाबी मिली, फिर वह ‘काबिल,’ ‘बाला’, ‘उरी,’ ‘बदलापुर ‘जैसी फिल्मों का हिस्सा बनीं। हाल ही में उन्हें ‘दसवीं ‘से काफी लोकप्रियता मिली और उनकी फिल्म ‘A Thursday ‘में भी काफी तारीफ़ हुई। आने वाले समय में यामी ‘लॉस्ट ‘और ‘ओह माई गॉड ‘के सीक्वल में भी नजर आने वाली हैं।
वरुण धवन
वरुण धवन ने भी करण जौहर के साथ अपनी फ़िल्मी करियर की शुरुआत की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर’ से। इसके बाद उन्हें ‘बदलापुर,’ ‘सुई-धागा’ और ‘अक्टूबर ‘फिल्म में उनके अभिनय के लिए क्रिटिक्स से काफी सराहना मिली। वरुण की मसाला एंटरटेनर फिल्मों की बात करें, तो ‘जुड़वाँ’, ‘हंप्टी शर्मा की दुल्हनियां,’ ‘बद्रीनाथ की दुल्हनियां ‘जैसी फिल्मों को सफलता मिली। आने वाले समय में उनकी फिल्म ‘भेड़िया ‘को मुझे बेसब्री से इंतजार है, वैसे ‘जुग-जुग जियो ‘भी काफी प्रॉमिसिंग लग रही है।
परिणीति चोपड़ा
परिणीति चोपड़ा ने भी ‘इशकजादे‘ से अपने करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म का निर्देशन हबीब फैजल ने किया था। यह यशराज की फिल्म थी, परिणीति के बेबाक अंदाज को दर्शकों ने हरी झंडी दिखाई थी और फिल्म को पसंद किया था, इसके बाद परिणीति ने ‘मेरी प्यारी बिंदु‘ में काफी अच्छा काम किया। मुझे उनकी फिल्म ‘दावत ए इश्क़‘ भी काफी पसंद आयी थी। फिल्म ‘शुद्ध देसी रोमांस ‘में भी वह एकदम अलग अंदाज में दर्शकों के सामने आयीं। और उनकी फिल्म ‘हंसी तो फंसी’ मैं भूल नहीं सकती, फिल्म भले कामयाब नहीं रही हो, लेकिन मुझे परिणीति का कॉम्प्लेक्स किरदार और उन्होंने जिस तरह से इसे प्ले किया है, वह काफी शानदार लगा।
अर्जुन कपूर
अर्जुन कपूर भी इसी साल इंडस्ट्री में आये। उन्होंने भी शुरुआत ‘इशकजादे’ से की और इसके बाद वह लगातार अच्छी फिल्मों का हिस्सा रहे, मुझे उनका काम ‘टू स्टेटस‘ में काफी पसंद आया। ‘की एंड का ‘में भी उनका काम शानदार रहा। ‘गुंडे‘ में भी उनके तेवर दिखे। ‘संदीप और पिंकी फरार ‘में भी उनका काम खास रहा।
वाकई, मैं गौर कर रही हूँ, तो महसूस कर रही हूँ कि वर्ष 2012 में एक लम्बी खेप कलाकारों की आयी और इन सभी ने अपने दम पर अच्छी लोकप्रियता हासिल कर ली है, इनमें से कोई भी ऐसे कलाकार नहीं हैं, जिन्हें नजर अंदाज किया जा सकता है। जहाँ आयुष्मान ने अपनी पहचान अनकन्वेंशनल बनाई है, वरुण ने मास को अपील किया है। परिणीति अपने बिंदास अंदाज के लिए जानी गयीं, तो सिद्धार्थ की लोकप्रियता खूब है। यामी ने आउटसाइडर होने के बावजूद अपने दम पर अच्छी फिल्में अपने खाते में जोड़े हैं, तो आलिया भट्ट वर्तमान दौर की नंबर वन अभिनेत्री बन चुकी हैं, अर्जुन कपूर अपने मिजाज की फिल्में करके काफी संतुष्ट हैं। ऐसे में वाकई, इनके दस सालों के सफर को देखना दिलचस्प है।