हाल ही में अभी मेरी मुलाकात नवाजुद्दीन सिद्दीकी से हुई थी, ऐसे में उन्होंने यह बात स्वीकारी कि उन्हें सबसे ज्यादा टफ बच्चों के साथ शूटिंग करना लगता है। ऐसे में मैं तो मानती हूँ कि बच्चों के साथ, सिर्फ शूटिंग करना ही नहीं, बल्कि उनके दिलों में अपनी एक जगह बना पाना भी आसान बात नहीं होती है। इस मामले में, कम ही एक्टर्स हैं, जिन्होंने जगह बना ली है, उनमें से ही एक हैं टाइगर श्रॉफ, जो अपने हैरतअंगेज एक्शन से बच्चे फैंस को किसी सुपरमैन से कम नहीं लगते हैं। यही वजह है कि टाइगर की फिल्मों का बच्चों को सबसे अधिक इंतजार रहता है। सो, यह फिल्म खुद टाइगर के लिए कितनी खास और इसके अलावा उन्होंने अन्य पहलुओं पर अपनी बात रखी है, जिसके अंश मैं यहाँ शेयर कर रही हूँ।
हीरोपंती टाइटिल खास तो रहेगी हमेशा
टाइगर कहते हैं कि यह उनकी पहली फिल्म रही थी, हीरोपंती और फिल्म कामयाब भी रही थी। इसलिए यह करीब रहेगी।
वह कहते हैं
हीरोपंती का पहला भाग सभी ने काफी पसंद किया था और फिल्म कामयाब रही थी। मेरे लिए यह मेरी पहली फिल्म थी और इसलिए मेरे लिए हमेशा खास रहेगी। साथ ही इस फिल्म में काम करते हुए मैं पापा (जैकी श्रॉफ) का भी कनेक्ट महसूस करता हूँ। इसके अलावा, मुझ पर यह जिम्मेदारी है कि एक बार फिर से इस फिल्म को कामयाब बना पाऊं। सो, हर लिहाज से यह स्पेशल फिल्म है।
टाइगर ने आगे यह भी कहा कि वह थोड़े नर्वस हैं
वह कहते हैं
मैं अभी थोड़ा नर्वस महसूस कर रहा हूँ, क्योंकि मैं दो सालों के बाद बड़े पर्दे पर आ रहा हूँ। सच कहूँ, तो जब इतने दिनों के बाद कैमरा फेस करने में मैं नर्वस हुआ था, क्योंकि जितनी प्रैक्टिस करते रहो, उतना अच्छा होता है, लेकिन बीच में ब्रेक से थोड़ी दिक्कत तो आती ही है।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी सर का एक ऑरा है
टाइगर का मानना है कि उनके को-एक्टर नवाजुद्दीन सिद्दीकी का उन्हें एक ऑरा लगता है।
वह कहते हैं
नवाज सर काफी इंटेमिडेटिंग हैं, वह एक ऑरा के साथ आते हैं, हर एक टेक में कुछ नयापन लाते हैं। को-एक्टर के रूप में मैं हमेशा उनके साथ टो पर होता हूँ कि सर, अभी ये बोलेंगे, ऐसे बोलेंगे, वैसे बोलेंगे, मीटर का ध्यान रखना होता है। नवाज सर, अपने परफॉर्मेंसेज चेंज करते रहते हैं, उनसे काफी सीखने को मिलता है। वैसे, नवाज सर सेट पर सीरियस रहते हैं। वह अपने कैरेक्टर में रहते थे। वह लंच करते हुए भी अपने कैरेक्टर में ही रहते थे।
एक ठहराव आया है मुझमें
टाइगर का मानना है कि अपनी पहली हीरोपंती से लेकर अबतक की हीरोपंती में उनमें ठहराव आ गया है।
वह कहते हैं
मुझे लगता है कि उस समय के टाइगर में और अभी के टाइगर में काफी ठहराव आ गया है। एक अंडरस्टैंडिंग हो गई है, एक हल्का सा कॉन्फिडेंस आया है। एक्सीपिरियंस भी काफी काम करता है। बतौर एक एक्टर के स्टारडम की बात करूँ, तो स्टारडम के साथ मेरा मानना है कि एक जिम्मेदारी भी होती है, साथ ही लाइमलाइट में होने की वजह से हमलोग काफी एक्सपोज्ड रहते हैं, पब्लिक की नजरों में, तो सोशल मीडिया में भी काफी कुछ कहते और लिखते हैं, तो शुरू में मैं काफी अफेक्ट होता है, लेकिन अब नहीं होता हूँ, उल्टा मैं अपने बारे में कमेंट्स पढ़ता हूँ और सीखता हूँ।
मैं जैकी चैन को फॉलो करता हूँ
टाइगर कहते हैं कि उनकी कोशिश होती है कि बच्चों को ध्यान में रख कर, कोई भी एक्शन दृश्य प्लान करूँ।
वह कहते हैं
मैंने जैसे बागी फिल्म में बहुत तोड़-फोड़ कर दी थी, लेकिन हीरोपंती में इस तरह का एक्शन है, जो आप अपने बच्चे को दिखा सकते हैं। इसमें बहुत अधिक वायलेंस एक्शन नहीं है, आर्टिस्टिक है। मेरी फैन फॉलोइंग बच्चों की अधिक है, इस बात का मैं ध्यान रखता हूँ, मैं खुद जैकी चैन को फॉलो करता हूँ, उनके एक्शन में ब्लड वगैरह अधिक नहीं होता है, मैं खुद भी ब्लड देख कर बहुत डर जाता हूँ, हॉरर फिल्मों से डर जाता हूँ। मुझे फन और कॉमेडी एक्शन पसंद है। मुझे तो इंजेक्शन से भी डर लगता है।
बच्चन साहब ओरिजिनल एक्शन हीरो हैं
हाल ही में अमिताभ बच्चन ने टाइगर के किक्स को कॉपी करने की बात सोशल मीडिया पर की, इस बारे में जब टाइगर से पूछा गया तो उन्होंने खास बात कही
वह कहते हैं
अमिताभ बच्चन सर, सिनेमा के रीयल एक्शन हीरो हैं, एंग्री यंग मैन हैं। इस उम्र में भी जिस तरह से काम को निभाते हैं, डेडिकेटेड हैं, मैं उनसे काफी इंस्पायर होता हूँ। मैं चाहूंगा कि मैं उनकी उम्र में वहीं एनर्जी मेंटेन कर पाऊंगा तो बड़ी बात होगी।
वाकई में, टाइगर की जो खासियत मुझे हमेशा प्रभावित करती है कि वह आज भी काफी विनम्र हैं और सफलता को अपने सिर पर उन्होंने हावी नहीं होने दिया है, साथ ही वह बच्चों को ध्यान में रख कर फिल्में करते रहते हैं, यह भी अच्छी बात है। ऐसे में मुझे पूरी उम्मीद है कि हीरोपंती 2, जो कि 29 अप्रैल को रिलीज हो रही है, इसमें टाइगर अपना बेस्ट देंगे।