बॉलीवुड में इन दिनों एजुकेशन पर फिल्में बनने की बयार चल रही है, जहाँ एक तरफ दसवीं फिल्म में एक नेता के दसवीं पास करने की कहानी दिखाई जा रही है, वह भी जेल से, वहीं नुसरत भरुचा और सन्नी कौशल, अपनी नयी फिल्म हुड़दंग में एजुकेशन सिस्टम में एक बराबरी की बात करते हुए नजर आ रहे हैं। फिल्म का ट्रेलर जारी हो चुका है और वाकई में, मुझे फिल्म में पूरा हुड़दंग करता हुआ गैंग नजर आ रहा है। नुसरत और सन्नी कौशल एंग्री यंग मैन जैसे नजर आ रहे हैं, तो गल्ली बॉय फेम विजय वर्मा, एकदम टशन दिखाते नजर आ रहे हैं, फिल्म 8 अप्रैल को रिलीज होने आज रही है।
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फिल्म की कहानी 1990 के दौर के इलाहाबाद की दिखाई जा रही है, जो अब प्रयागराज बन चुका है। कहानी यूनिवर्सिटी के गलियारों की है, जहाँ सन्नी कौशल, जो कि आईएएस एस्पिरेंट के किरदार में हैं, तो नुसरत उनकी प्रेमिका की भूमिका में हैं। फिल्म में विजय वर्मा का अलग ही टशन दिख रहा है। फिल्म में रिजर्वेशन को लेकर सवाल उठाये गए हैं और कमीशन को हटाने को लेकर बात कही गई है। किस तरह से स्टूडेंट्स इस बात का विरोध करते हैं कि जातिवाद के आधार पर रिजर्वेशन नहीं होना चाहिए, इस पर फिल्म का पूरा मामला टिका हुआ है, यह बात फिल्म में नजर आ रही है, ट्रेलर देख कर, यह भी स्पष्ट हो रहा है कि फिल्म में एक प्रेम कहानी भी है।
मुझे तो सन्नी कौशल का एंग्री यंग मैन वाला किरदार, जिस तरह से इस फिल्म में नजर आ रहा है, इससे पहले नजर नहीं आया था, इसलिए भी यह फिल्म सन्नी के परफॉर्मेंस के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। नुसरत भरुचा भी अपने जाने-पहचाने अंदाज़ में नहीं दिख रही है। सभी कलाकारों ने उत्तर प्रदेश के लहजे को बेहद खूबसूरती से पकड़ा है और यही वजह है कि मुझे फिल्म का लबो लुआब देख कर फिल्म देखने की उत्सुकता पूरी तरह से बढ़ रही है।
फिल्म के परिवेश की बात करें तो, फिल्म स्टूडेंट के किये गए हंगामे के उस दौर को दर्शाती है, जब इलाहाबाद की इस घटना को ऐतिहासिक घटना करार दिया गया था, एक बड़ा विद्रोह हुआ था कर स्टूडेंट्स विद्रोह के रूप में लम्बे समय तक याद रखा गया है। फिल्म का निर्देशन निखिल नागेश भट्ट ने किया है और फिल्म 8 अप्रैल 2022 को रिलीज होने जा रही है।
मैं स्टूडेंट्स से जुड़ीं कहानियां देखना एन्जॉय करती हूँ, क्योंकि इससे पूरे देश के माहौल के युवाओं की सोच का एक नजरिया समझ में आता है, इसलिए युवाओं को ध्यान में रखते हुए, मेरे लिहाज से ऐसी कहानियां आनी जरूरी भी हैं।