हम जब फिल्में देख रहे होते हैं, तो थियेटर से बाहर निकलने के बाद, तुरंत उसे बकवास कह देते हैं या फिर कभी किसी सांग को देखते हुए, अमूमन कह देते हैं कि इसमें क्या है, यह स्टेप्स तो मैं भी कर लेता। लेकिन बतौर दर्शक हमारे जेहन में यह बात कभी भी नहीं आती है कि इस किरदार को सार्थक और कन्विंसिंग बनाने के लिए, कोई एक्टर्स कितनी मेहनत करते हैं या अभिनेत्रियां कितनी मशक्क़तों के बाद, उन किरदारों को जी पाती हैं। क्या आपके जेहन में कभी, शाह रुख खान की फिल्म रईस का गाना देखते हुए, यह बात आई होगी कि उसे फिल्माने के दौरान, शाह रुख स्वस्थ नहीं थे, क्या यह जान कर, आपका मन नहीं करेगा कि संजय दत्त ने, जो कि कैंसर जैसी बीमारी से जूझते हुए भी केजीएफ 2 की शूटिंग पूरी की, उन्हें सलाम किया जाये। मैं तो इन स्टार्स के इस जज्बे को जरूर सलाम करना चाहूंगी और ऐसे ही उन एक्टर्स और एक्ट्रेसेज के बारे में यहाँ बात करना चाहूंगी, जो बीमार या चोटिल होने के बाद भी अपने काम के प्रति कमिटेड रहते हैं, ताकि अगली बार आप और मैं, जब केवल उनकी ग्लैमर वर्ल्ड की तरफ नजर डालें, तो एक बार इस बारे में भी सोचें कि उन्हें अपने किरदार को बेस्ट देने में काफी मेहनत करनी पड़ती है।
बिना बॉडी डबल के काम किया संजय दत्त ने
केजीएफ 2 का ट्रेलर सामने आ चुका है, फिल्म में यश जितने दमदार किरदार में हैं, अधीरा के रूप में संजय दत्त का किरदार भी उतना ही खतरनाक नजर आ रहा है। लेकिन इस फिल्म की शूटिंग के दौरान, संजय दत्त जिस स्थिति में थे, उसके बारे में सोच कर भी मेरे रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं कि संजय दत्त ने कैंसर की बीमारी से जूझते हुए भी, इस फिल्म के निर्देशक प्रशांत नील से साफ कह दिया था कि वह क्रोमा में या फिर बॉडी डबल के साथ, बल्कि ओरिजिनल लोकेशंस में, खुद से सारे स्टंट करेंगे, सबके मन करने के बावजूद वह नहीं माने, उन्होंने तो यश को भी कह दिया कि मुझे कुछ भी करने से रोको नहीं, यह मुझे मेरी बेइज्जती लग रही है। फिर फिल्म के मेकर्स ने भी संजय के इमोशंस का मान रखा और उन्हें काम करने दिया, जिस तरह से वह चाहते थे। नतीजा, आपको फिल्म में नजर आएगा ही।
शाह रुख खान नहीं देते हैं अपने दर्द को तवज्जो
मुझसे रईस फिल्म के सेट पर काम करने वाले, एक क्रू मेंबर ने शाह रुख के बारे में यह बात शेयर की थी कि जब फिल्म का गाना, उड़ी-उड़ी जाए शूट हो रहा था, उससे पहले शाह रुख के घुटनों में काफी तकलीफ थी, प्रैक्टिस के दौरान उनका दर्द नजर भी आ रहा था, लेकिन जैसे ही कैमरा ऑन हुआ, शाह रुख जिस तरह से नाचे, उन्हें देख कर, कोई भी अनुमान नहीं लगा सकता था कि उन्हें कोई तकलीफ है। शाह रुख के बॉडी डबल, प्रशांत ने भी एक वाकया सुनाया था मुझे कि फुटबॉल खेल से संबंधित, कुछ शूट था, उसमें भी शाह रुख के घुटनों में प्रॉब्लम थी, प्रशांत ने कहा भी कि सर, मैं कर देता हूँ, लेकिन शाह रुख ने कहा कि नहीं इस प्रोफाइल में मेरा किक करना जरूरी है, वरना विश्वसनीय नहीं लगेगा। फैन फिल्म के दौरान भी, कुछ एक्शन सीन्स करते हुए, शाह रुख चोटिल हुए थे और उनके घुटनों में चोट आई, उन्होंने न सिर्फ फिल्म के कमिटमेंट्स, बल्कि ब्रांड कमिटमेंट्स और रैम्प वॉक भी किया।
ऋतिक रौशन ने दूसरे दिन ही की शूटिंग
ऋतिक रौशन ने फिल्म अग्निपथ के पहले ही शेड्यूल में, एक एक्शन फाइट सीक्वेंस में खुद को चोटिल कर लिया था। उनकी पीठ पर काफी चोट आई थी, उन्हें डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी, लेकिन वह दूसरे दिन ही शूट पर थे। ऋतिक रौशन के बारे में एक और बात जानना जरूरी है कि वह ताउम्र फाइटर ही बने रहे हैं, उन्हें काफी समय से कई तरह की परेशानियां रही है, लेकिन उनके जज्बे को सलाम करना चाहिए कि डॉक्टर्स ने उन्हें कह दिया था कि उनके शरीर में जितने चोट हैं व परेशानियां हैं, उनके लिए उठ कर काम करना मुश्किल होगा, लेकिन ऋतिक रौशन ने अपने जज्बे से सबका मुंह बंद किया, वह अपनी बीमारी के साथ ही कृष जैसी फिल्में कर पाए हैं।
आलिया भट्ट ने पूरा किया काम
अयान मुखर्जी की फिल्म ब्रह्मास्त्र जल्द ही रिलीज होने वाली है। ऐसे में इस फिल्म के बारे में, एक दिलचस्प जानकारी यह है कि इस फिल्म की शूटिंग, जब बुल्गारिया में हो रही थी, उस वक़्त आलिया ने एक एक्शन दृश्य में, स्टंट करते हुए, खुद को चोटिल कर लिया था, लेकिन फिर भी उन्होंने इस फिल्म के शेड्यूल को नुकसान पहुंचाए बिना, शूटिंग पूरी की।
अक्षय कुमार ने केसरी का किया क्लाइमेक्स शूट
अक्षय कुमार भी उन कलाकारों में से एक हैं, जो अपनी फिल्मों के स्टंट खुद करते हैं, इसी क्रम में जब वह केसरी फिल्म की शूटिंग पूरी कर रहे थे, तो एक एक्शन दृश्य के दौरान चोटिल हुए, लेकिन उन्होंने शूटिंग को जारी रखा और तय समय पर ही शूटिंग को पूरा किया।
वाकई, इन सभी कलाकारों के बारे में जान कर, इनके जज्बे को सलाम करने का ही दिल चाहता है मेरा। ऐसे में हम दर्शकों के लिए किसी फिल्म को नकारना आसान होता है, लेकिन हकीकत यही है कि सिनेमा सिर्फ ग्लैमर से ही नहीं बनता है,उसमें ऐसे कलाकारों का पैशन भी होता है, तब जाकर फिल्में पूरी होती हैं, तो अगली बार से किसी कलाकार का सिर्फ ग्लैमर साइड देखने की बजाय, इस नजरिये से भी सोच कर देखना जरूरी है।