अभिनय की दुनिया की यह खासियत रही है, यहाँ सिर्फ हुनर देखी गई है, फिर अभिनय में बाकायदा ट्रेनिंग हुई हो या न हुई हो और एक बार आपने चेहरे से कैमरे को प्यार हो जाये और दर्शकों की तरफ से हरी झंडी मिल जाये, तो वैसे किरदार फिर निखर कर ही सामने आते हैं। अभिनेता इश्वाक सिंह ऐसे ही कलाकारों में से एक हैं। पेशे से कभी आर्किटेट रहे इश्वाक ने अभिनय की दुनिया में जब कदम रखा था, तब शायद वह भी इस बात से वाकिफ नहीं थे कि जिस तरह की लोकप्रियता उन्हें अपने किरदारों से मिल रही है, वह मिलेगी या नहीं। लेकिन उन्होंने जिस तरह से अपने अभिनय करियर को ग्राफ किया है, वह काबिल ए तारीफ़ हैं, जिन्होंने ‘पाताल लोक’ देखी है, वह इश्वाक के अभिनय के कायल तो होंगे ही, जैसे मैं हूँ। इन दिनों वह अपनी ‘सोनी लिव’ पर आने वाली वेब सीरीज ‘रॉकेट बॉयज’ को लेकर चर्चा में हैं, जिसमें वह विक्रम साराभाई का ऐतिहासिक किरदार निभा रहे हैं, उन्होंने अपने इस किरदार के बारे में मुझसे कई सारी दिलचस्प बातें बताई हैं
रॉकेट बॉयज का किरदार खास रहेगा
इश्वाक सिंह का कहना है कि रॉकेट बॉयज उनके करियर के बेहतरीन किरदारों में से एक है, इसकी वजह यह है कि यह एक महान शख्सियत का किरदार है, जिसे निभाना इश्वाक अपना सौभाग्य समझते हैं।
अपने किरदार की तैयारी के बारे में इश्वाक कहते हैं
मैं अपने किरदारों के तैयारी के लिए एक अलग मोटिवेशन के साथ काम करता हूँ। लेकिन जब आप ऐसे महान शख्स का किरदार निभा रहे होते हैं तो यह आसान नहीं होता है। डॉक्टर विक्रम साराभाई ने देश के लिए काफी कुछ योगदान दिया है विज्ञान के क्षेत्र में और जब आप किसी विज्ञान विषय या ऐसे किसी विषय पर शो बनाते हैं तो एक जिम्मेदारी तो बढ़ जाती है। इसलिए इस शो के लिए मेरा अप्रोच पूरी तरह से अलग था। मैंने इस किरदार में कोशिश की है कि फिजिकल लुक से लेकर बाकी चीजें भी एकदम कैरेक्टर से मेल खाता हुआ करूँ। इसकी तैयारी के लिए मैंने अमृता शाह की लिखी बायोग्राफी भी पढ़ी। मेरे निर्माता व क्रियेटर निखिल आडवाणी ने मुझसे कहा था कि मुझे कैरिकेचर अंदाज़ में लोगों के सामने नहीं आना है। मैंने बस उन्हें ही फोलो करने की कोशिश की है।
डॉ विक्रम साराभाई इंस्पायर करते हैं
इश्वाक ने बताया कि वह विक्रम साराभाई के बारे में बहुत कुछ नहीं जानते थे, केवल थोड़ा-बहुत ही किताबों में पढ़ रखा था।
इश्वाक कहते हैं
मैं बहुत अधिक इनके बारे में नहीं जानता था, इनके योगदान के बारे में बहुत नहीं जानता था कि उन्होंने कितने सारे संस्थान बनाये, कितना कुछ किया है विज्ञान के क्षेत्र में। उस दौर में कम संसाधनों में जो विजन लेकर वह चलें और उन्होंने जो कमाल किया, वह आसान नहीं था। चैलेंज को फेस करना, असफलता को फेस करना और उसके बाद अपनी जगह बनाना आसान नहीं था। फिर भी उन्होंने किया और इसलिए यह कहानी हर उम्र के लोगों को इंस्पायर करेगी। इस शो के माध्यम से मुझे काफी कुछ सीखने का मौका मिला है, इसमें एक इमोशनल जर्नी भी है, जो सबको प्रेरित करेगी। इस शो के माध्यम से मुझे साइंस, हिस्ट्री, मॉडर्न इंडिया व ऐसी और भी चीजों के बारे में सीखने को मिला
ओटीटी पर विषयों को लेकर हो रहे हैं एक्सपेरिमेंट
इश्वाक इस बात को स्वीकारते हैं कि अब ओटीटी की दुनिया आने से एक बार फिर से कॉन्टेंट और राइटिंग किंग बना है। अब काफी कलाकारों पर फोकस होने लगा है। इश्वाक कहते हैं कि ऐसा हर दौर में होता है कि पुरानी चीजों से जब आप ऊब जाते हैं तो नयी चीजों की शुरुआत होती है। किसी दौर में मल्टीप्लेक्स आया था, तब भी हमारे लिए अनोखा था, आज ओटीटी हमें वैसी दुनिया में ले जा रही है। लेकिन मेरा साथ ही यह भी मानना है कि ऐसा नहीं है कि ओटीटी की दुनिया के आने से फिल्म के मायने खत्म हो जाएँगी। ओटीटी वर्तमान का सबसे कन्टेम्परी माध्यम है।
पाताल लोक है टर्निंग पॉइंट
इश्वाक मानते हैं कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि ‘पाताल लोक’, उनके लिए पूरी तरह टर्निंग पॉइंट साबित हुई है। इस शो के बाद अब उन्हें ध्यान में रख कर किरदार लिखे जा रहे हैं। इश्वाक कहते हैं कि यह मेरे लिए ख़ुशी की बात है , क्योंकि जब सोच कर आया था कि फिल्मों में आना है, तब ऐसे ही निर्देशकों और विषयों पर काम करने के बारे में सोच कर आया था। और फिर मैंने वैसे ही क्राफ्ट पर काम भी किया, जिसकी वजह से ऐसा हुआ कि ‘पाताल लोक’ के साथ बाद, लोगों में मेरी स्किल को समझा, मैं इस बात से खुश हूँ कि मुझे ध्यान में रख कर किरदार लिखे जा रहे हैं। और मुझे न्यू एज वाले निर्देशकों के साथ काम करने के मौके मिल रहे हैं।
हर क्राफ्ट को तराशने में वक़्त लगता है
इश्वाक इस बात से इत्तेफाक रखते हैं कि हर किसी को आकर इस क्षेत्र में मेहनत करनी ही पड़ती है। हर किसी का अपना स्ट्रगल तो होता ही है। रातों रात आपको कुछ नहीं मिलता है। उन्हें भी नहीं मिला है।
वह कहते हैं कि
मैं अभिनय के क्राफ्ट को समझता हूँ और उसे निखारने और तराशने के फील्ड में ही हूँ, इसलिए यहाँ हर दिन मेहनत करनी है, पता है, आपको विरासत में कुछ नहीं मिलता है। मैं आराम से काम करना चाहता हूँ। मैं किसी हड़बड़ी में नहीं हूँ, मुझे इंडस्ट्री में विश्वास है। मैंने लगातार अपना काम किया और अपने आप जगह बन गई है इंडस्ट्री में।
आज के जेनरेशन के बच्चे हैं वेल इन्फोर्मड
इश्वाक इस बात से बिल्कुल सहमत नहीं है कि आजकल के बच्चे सिर्फ सोशल मीडिया पर रहते हैं और उन्हें सिर्फ सतही जानकारी है। वह कहते हैं कि उनके इर्द-गिर्द जो भी बच्चे हैं, वे काफी वेल इन्फोर्मड हैं और सोशल मीडिया ने भी उन्हें वेल इन्फॉर्म किया है। उन्हें कम आंकना सही नहीं है। इसलिए मुझे लगता है कि वह तो ‘रॉकेट बॉयज’ से जरूर कनेक्ट हो पाएंगे।
आनेवाले प्रोजेक्ट्स
इश्वाक बताते हैं कि आनेवाले समय में ‘बर्लिन’ नामक थ्रिलर शो पर काम कर रहे हैं, जिसमें उनके साथ अपारशक्ति खुराना भी हैं। इसके अलावा निखिल आडवाणी के साथ ही एक और सीरीज कर रहे हैं
इश्वाक के अबतक जितने भी किरदार निभाए हैं, उन्हें बहुत ही शिद्दत से निभाया है, इसलिए मुझे यह महसूस होता है कि उन्होंने अगर किसी प्रोजेक्ट को हाँ कहा है तो निश्चिततौर पर वह बेहतरीन होगा ही। ‘रॉकेट बॉयज’ के ट्रेलर में इश्वाक की मेहनत नजर आ रही है, इसलिए मैं तो इसे जरूर सोनी लिव पर चार फरवरी से देखूंगी।