मेरी माँ हमेशा से गानों की शौक़ीन रही थीं। सुबह-सुबह पुराने गाने सुनना उनके मॉर्निंग रिचुअल्स में से एक था। लता मंगेशकर की आवाज से जुड़ना माँ की वजह से ही हुआ। जब होश संभालना शुरू किया और गाने के मतलब धीरे-धीरे समझ आने लगे थे, मुझे याद है, जो सबसे पहला गाना लता मंगेशकर का कानों तक पहुंचा था, वह था नाम गुम जाएगा…और इसके बाद तो उनके अनगिनत गाने कानों तक पहुंचे। शुक्रिया माँ का कि उनकी वजह से लता के गानों से रूबरू होने के मौके मिले। लता मंगेशकर दरअसल, सिर्फ एक आवाज नहीं हैं, बल्कि एक युग हैं, एक अध्याय हैं। उनका जाना, एक युग के बीत जाने जैसा है। लेकिन यह भी सच है और रहेगा कि उनके गाने हमेशा याद रखे जाएंगे। उनके यादगार गीतों में से चुनिंदा गानों की बात, जो हमेशा उनकी याद दिलाते रहेंगे।
अजीब दास्ताँ हैं ये
दिल अपना प्रीत पराई फिल्म का यह गाना मीना कुमारी पर फिल्माया गया था। फिल्म के इस गीत को लता मंगेशकर ने अपनी आवाज दी है और यह लता के उन गीतों में से एक है, जो हर जेनेरेशन के लोग अपने-अपने अंदाज़ में सुनना और गाना पसंद करते रहे हैं। इस गाने को लिखा शैलेन्द्र ने था। इस गाने में जिंदगी की कहानी सुनाई गई है। कि यह अजीब सी बात है कि कहाँ शुरू हो रही है, कहाँ खत्म समझ नहीं आता है। मंजिल भी कहाँ आकर रुकेगी, यह भी समझ पाना कठिन है। इस गाने में जिंदगी के ऐसे जज्बात लिखे हैं, जो हमेशा प्रासंगिक रहेंगे।
लग जा गले
यह गीत आज भी सच्चे प्यार करने वाले दो प्रेमी युवाओं की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। साधना और मनोज कुमार पर फिल्माया यह गाना फिल्म ‘वो कौन थी’ का है और बेहद पसंद किया जाता रहा है। इस गाने के भी कई वर्जन आये हैं, लेकिन लता की आवाज में इस गाने को सुनना बेहद सुकून दे जाता है। लता के इस यादगार गीत को राजा मेहंदी अली खान ने लिखा है और संगीत मदन मोहन ने दिया है।
प्यार हुआ इकरार हुआ
प्यार हुआ इकरार हुआ गाना आज भी बेहद लोकप्रिय है। इस गाने का फिल्मांकन राज कपूर और नरगिस पर किया गया है। इस गाने को लता मंगेशकर ने मन्ना डे के साथ डुएट में गाया है। गाना ‘श्री 420’ का है और आज भी उनके फैंस इस गाने को सुनना पसंद करते हैं।
तेरे बिना जिया जाए न
तेरे बिना जिया जाए न… यह गाना भी लता मंगेशकर की यादगार गीतों में से एक रहा है। फिल्म ‘घर’ का यह गाना रेखा और विनोद मेहरा पर फिल्माया गया है। यह गाना दो प्यार करने वाले और जीवनसाथी के प्रेम और साथ के सुकून को दर्शाता है, जिसे आज भी दर्शक सुनना और देखना पसंद करते हैं। इसमें काफी शरारतें भी नजर आती हैं गाने में रेखा की, कुछ नोंक-झोंक भी। लता जी ने अपनी स्वर में इस गाने को एक अलग ही कीर्तिमान दिया है।
बाहों में चले आओ
फिल्म ‘अनामिका’ के इस गाने में जया बच्चन की जो शरारतें हैं, वह देखते ही बनती हैं। इस गाने को संजीव कुमार और जया बच्चन पर फिल्माया गया है। लता जी ने इसमें जिस तरह से गाने को अपने अंदाज़ में इम्प्रोवाइज किया है। वह कमाल का है।
जब प्यार किया तो डरना क्या
जब-जब अनारकली और शहजादे सलीम की प्यार की दास्तान लिखी जायेगी या फिर जब भी दो प्यार करने वालों की दास्तां लिखी जाएगी। प्यार किया तो डरना क्या गाने की गूँज सुनाई देती रहेगी। इस गाने में जिस तरह से मधुबाला ने परफॉर्म किया है, लता की आवाज ने इसमें चार चाँद लगाए हैं। फिल्म ‘मुग़ल ए आजम’ के लोकप्रिय गीतों में से एक यह गाना हमेशा ही लोगों की जुबान पर चढ़ा रहेगा।
नाम गुम जायेगा…
फिल्म ‘किनारा’ का यह गाना नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा गाना लता मंगेशकर की पूरी जर्नी का पर्याय बन चुका है। मेरी आवाज ही पहचान है… , हमेशा गूंजती रहेगी। इस गाने को भूपिंदर सिंह और लता ने मिल कर गाया था। इसका संगीत निर्देशन आरडी बर्मन ने किया था।
एक प्यार का नगमा है
फिल्म ‘शोर ‘का गाना एक प्यार का नगमा है, मौजों की रवानी है, जिंदगी और कुछ भी नहीं तेरी मेरी कहानी है। यह गाना मुकेश और लता मंगेशकर द्वारा गाया गया है और जिंदगी के फलसफे को दर्शाता है। यह गाना संतोष आनंद ने लिखा था। म्यूजिक लक्ष्मीकांत प्यारेलाल का था। यह गाना आज भी जिंदगी की फिलॉसफी को समझने के लिए सुनी जा सकती है। इस गाने में नंदा और मनोज कुमार नजर आये हैं।
दरअसल, लता मंगेशकर के गीत में जीवन का हर रस छुपा हुआ है। ऐसा कोई रस नहीं होगा, जिसमें लता ने अपनी आवाज नहीं दी होगी। उनके गीतों के माध्यम से हर नयी पीढ़ी के लिए, एक नयी कहानी सामने आती रहेंगी।