अभी कुछ समय पहली ही रिलीज हुई फिल्म छोरी मैंने दोबारा देखी। वजह रही अभिनेत्री नुसरत भरुचा का शानदार अभिनय। इस फिल्म में नुसरत ने जैसा अभिनय किया है, उन्होंने साबित कर दिया है कि वह ऐसे दमदार किरदारों को अपने दम पर आगे ले जा सकती हैं। नुसरत भरुचा के बारे में मैं जरूर कहना चाहूंगी कि आने वाले समय में मुझे बहुत उम्मीद है कि वह और भी कई ऐसे दमदार किरदार निभाती नजर आएँगी।उनमें मुझे अभी बहुत प्रतिभा दिखती है, जो ‘छोरी’ जैसी फिल्मों से धीरे-धीरे लोगों के सामने आनी शुरू हुईं हैं। आने वाले समय की युवा और प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों में उनका भी नाम बेशक शामिल है। ऐसे में उन्होंने हाल ही में अपनी जिंदगी और अपनी फिल्मों की चॉइस को लेकर दिलचस्प बात की है
फक्र है गर्ल चाइल्ड होने पर
नुसरत भरुचा जिस तरह बड़े ही इत्मीनान से धीरे-धीरे अच्छी फिल्मों का हिस्सा बन रही हैं, खुद को भीड़ का हिस्सा नहीं बना रहीं, ठीक उसी तरह उनकी बातचीत के अंदाज़ में भी कोई हड़बड़हाट नजर नहीं आती है और उनकी यही बात मुझे काफी इम्प्रेस कर गयी। वह बड़े आराम से पहले सवाल सुनती हैं और टालने वाले जवाब नहीं, बल्कि बेहद सलीके से अपनी बातों को रखती हैं। नुसरत में यह सलीका, उन्हें अपने परिवार से मिला है। ऐसा वह खुद भी मानती हैं। अपने घर की इकलौती गर्ल चाइल्ड होने के कारण भी पूरे परिवार का ध्यान उनकी तरफ रहा है और यही वजह है कि नुसरत ने जिंदगी में हमेशा अपने रिश्तों को ग्लैमर की दुनिया के ऊपर रखा।
नुसरत ने एक दिलचस्प बात बताई कि उनके जन्म के बाद उनकी माँ ने यह फैसला लिया कि अब वह दूसरा बच्चा नहीं करेंगी।
नुसरत इस बारे में विस्तार से कहती हैं
मैं खुद को लकी मानती हूँ कि मैं एक ऐसे परिवार का हिस्सा हूँ, जहाँ गर्ल चाइल्ड को बोझ नहीं माना जाता है, बल्कि इस बात का सेलिब्रेशन होता है। मैं मेरी माता-पिता की इकलौती चाइल्ड हूँ, मेरी माँ ने ही यह फैसला मेरे जन्म के बाद ले लिया था कि वह दूसरा बच्चा नहीं करेंगी, क्योंकि उनको हमेशा से लड़की ही चाहिए थी। वहीं, मेरी दादी ने भी माँ के इस फैसले का साथ दिया और मेरा एक्ट्रेस बनने का सपना भी पूरा किया। ऐसा परिवार हर किसी को नहीं मिलता, जो कि गर्ल चाइल्ड होने पर ऐसे सेलिब्रेट करे।मुझे यह जान कर तो और ख़ुशी मिलती है कि उस ज़माने में मेरी दादी ने भी इस बात को सपोर्ट किया और आज भी हमारे घर में लड़कियों को काफी पैम्पर किया जाता है।
महिला प्रधान फिल्मों के बारे में बेबाक राय
नुसरत का मानना है कि किसी फिल्म को महिला आधारित फिल्म बोलना सही नहीं है।
वह इस बारे में कहती हैं
मैंने मैरी कॉम फिल्म की रिलीज के दौरान प्रियंका चोपड़ा का इंटरव्यू सुना था, जब उन्होंने कहा था कि आप इस फिल्म को महिला आधारित फिल्म बोल रहे हैं तो यह बात मुझे दुखी कर रही हैं, क्योंकि जब्ब पोस्टर पर पुरुष का चेहरा होता है, तब आप यह नहीं बोलते हैं कि यह पुरुष प्रधान फिल्म या पुरुष आधारित फुलम है। तो सवाल यही है कि हम अब भी उसी सोच में हैं। मेरी भी छोरी फिल्म आई तो लोगों ने इसे ऐसे ही लेबल किया। जबकि सोनू के टीटू की स्वीटी को तो मैं सिर्फ हीरो की फिल्म नहीं मानती हूँ, वह मेरी भी उतनी ही फिल्म है, जितना दोनों एक्टर्स की। मेरे किरदार को उसमें कितना पसंद किया गया है और कितना देखा गया है। मैं तो बस इतना कहना चाहूंगी कि दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपड़ा, आलिया भट्ट जैसी अभिनेत्रियों ने मेरी जैसी अभिनेत्रियों के लिए जगह बना दी है। अब मुझे भी इसे आगे लेकर जाना है।
अब तक चुनिंदा फिल्में करने के पीछे खास वजह रही है नुसरत की
नुसरत ने अपने करियर में काफी कम फिल्में की हैं। इस बारे में वह कहती हैं कि ऐसा नहीं है कि उनके पास फिल्मों के ऑफर नहीं आये हैं। लेकिन वह कम मगर अच्छी फिल्में करना चाहती हैं।
वह कहती हैं
मैं भाग-भाग कर और कूद-कूद कर फिल्में नहीं करना चाहती थीं। मैंने सोचा कि आराम से धीरे-धीरे कदम बढ़ाना ठीक होगा। मुझे मेरे काम से धीरे-धीरे आत्मविश्वास आया है और इसलिए मैं अब वैसी फिल्मों का चुनाव करने लगी हूँ। मैं तो ड्रीम गर्ल जैसी फिल्म करके भी खुश हो जाऊंगी, जहाँ मुझे कुछ सीन करने भी मिले तो। मैं चाहती हूँ कि दर्शक यह भी मानें कि नुसरत बबली गर्ल भी है। मेरे लिए एंटरटेनमेंट का मतलब बॉलीवुड फिल्म रही हैं। वह कभी जाएगा नहीं। इसलिए मैं हर तरह की फिल्में करना पसंद करूंगी।
वाकई, नुसरत आपकी इन बातों को सुनने के बाद, आपके लिए प्यार और बढ़ गया है, साथ ही आपके परिवार के लिए सम्मान भी, जहाँ गर्ल चाइल्ड होने पर इस तरह से सेलिब्रेशन किया गया, मेरे लिए तो आपकी माँ एक प्रेरणास्रोत हैं और भारत के उन तमाम परिवारों को आपके परिवार से प्रेरणा लेनी चाहिए और गर्ल चाइल्ड होना फक्र की बात महसूस करनी चाहिए।
मैं एकदम श्योर हूँ कि आने वाली फिल्म ‘रामसेतू’ में वह अपनी प्रतिभा को निखारने वाली हैं। साथ ही वह ‘जन हित में जारी’ जैसी फिल्मों का भी हिस्सा हैं।