‘मैं रहूं या न रहूं, भारत ये रहना चाहिए’ कंगना रनौत की फिल्म ‘मर्णिकर्णिका’ का यह गाना हर एक हिंदुस्तानी के मन की बात कहता है। मैं जब भी यह पंक्तियां सुनती हूँ, अपने देश भारत पर मुझे गर्व होता है। इस देश को आजादी इतनी आसानी से नहीं मिली। कई सालों के संघर्ष, लोगों के बलिदान के बाद जाकर, हमने आजादी का स्वाद चखा। हिंदी सिनेमा फिल्मों के निर्देशकों की इस लिहाज से तारीफ़ होनी चाहिए कि उन्होंने कई बार अपनी कल्पना और रचनाशीलता दिखा कर, आजादी व देशभक्ति की भावनाओं पर आधारित कहानियों का वास्तविक चित्रण प्रस्तुत किया है। देश की आजादी को समर्पित कुछ फिल्में हमेशा यादगार रहेंगी। यह सारी फिल्में भले ही किसी भी दौर में बनी हों, लेकिन अपनी कहानी की वजह से वे प्रासंगिक है। आजादी कभी पुरानी हो भी नहीं सकती। यह हमेशा नयी लगनी चाहिए, क्योंकि इसे हासिल करने के लिए हमारे कई वीर सेनानियों की मेहनत लगी है। ऐसे में आजादी के जश्न को मनाते हुए मैं यहाँ गणतंत्र दिवस के अवसर पर उन पांच फिल्मों के बारे में बताने जा रही हूँ, जो देश भक्ति की दास्तां बयां करते आये हैं। गणतंत्र दिवस के मौके पर आप इन्हें अपने पूरे परिवार के साथ देख सकते हैं। विक्की कौशल, आलिया भट्ट, आमिर खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन और सिद्धार्थ मल्होत्रा जैसे कई बड़े कलाकार हैं, जिन्होंने देशभक्ति वाली बेहतरीन फिल्में की हैं।
राज़ी
मेघना गुलजार की फिल्म ‘राज़ी’ में आलिया भट्ट ने अहम किरदार निभाया था। इस फिल्म की कहानी ने मुझे बहुत प्रभावित किया था और आलिया भट्ट के बेहतरीन अभिनय ने दिल जीत लिया था। इस फिल्म की कहानी एक भारतीय अंडरकवर एजेंट की सच्ची कहानी पर आधारित है। फिल्म की कहानी 1971 के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच जंग के हालात बन चुके थे। ऐसे में एक महिला अंडर कवर एजेंट ने कैसे अपने देश की रक्षा की थी, इसे आलिया भट्ट ने पूरी संजीदगी से निभाया है। आलिया के करियर की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से इस फिल्म की हमेशा गिनती होगी। यह फिल्म रिटायर्ड नेवी ऑफिसर हरिंदर सिक्का के नॉवल ‘कॉलिंग सहमत’ पर आधारित है। फिल्म की कहानी में एक कश्मीरी बिजनेसमैन हिदायत खान को जब यह पता चलता कि पाकिस्तान भारत पर हमले की तैयारी कर रहा है, वह अपनी बेटी सहमत को पाकिस्तान के ब्रिगेडियर के बेटे इकबाल से शादी करने को कहता है। सहमत बिना सवाल किये, ख़ुशी-ख़ुशी अपने देश के लिए मर मिटने को तैयार हो जाती है। यह फिल्म कई तार खोलती है, फिल्म इमोशनल होने के साथ-साथ देशभक्ति की भावना जगाती है। फिल्म का गीत ‘ऐ वतन, मेरे वतन… यादगार गीतों में से एक रहेगा। ‘राजी’ में आलिया भट्ट, विक्की कौशल और रजित कपूर अहम किरदारों में हैं। फिल्म वर्ष 2018 में रिलीज हुई थी।
शेरशाह
सिद्धार्थ मल्होत्रा के लिए एक कामयाब फिल्म रही ‘शेरशाह’ , इस फिल्म की कहानी आर्मी ऑफिसर विक्रम बत्रा की जिंदगी पर आधारित है, जिन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान देश के लिए लड़ते-लड़ते अपनी जान दे दी थी। इस फिल्म का संवाद ‘तिरंगा लहराकर आऊंगा या तिरंगे में लिपटकर आऊंगा, लेकिन आऊंगा जरूर’ यह संवाद रोंगटे खड़ा करता है। सिद्धार्थ ने विक्रम बत्रा की जिंदगी को बखूबी परदे पर उतारा है। ‘शेरशाह’ विक्रम बत्रा का कोड नेम हुआ करता था आर्मी में। देशभक्ति की भावना से लबरेज यह फिल्म यादगार फिल्म बन गई है। फिल्म के कई गाने लोकप्रिय हैं। फिल्म का निर्देशन विष्णु वर्धन ने किया है। फिल्म वर्ष 2021 में रिलीज हुई। फिल्म में कियारा आडवाणी भी अहम भूमिका में हैं।
रंग दे बसंती
राकेश ओम प्रकाश मेहरा की फिल्म ‘ रंग दे बसंती’ अपने दौर में बनी एक्सपेरिमेंटल आजादी की कहानियों में से है। इस फिल्म में आमिर खान, शरमन जोशी, आर माधवन, सोहा अली खान, सिद्धार्थ, कुणाल कपूर और अतुल कुलकर्णी ने अहम भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म में चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंह के अंदाज़ वाली देशभक्ति को मॉडर्न टच देकर, उस दौर में उनके बलिदानों की कहानी को पर्दे पर खूबसूरती से उकेरा है। ‘रंग दे बसंती’ युवाओं के बीच हमेशा लोकप्रिय रहेगी। इसकी वजह फिल्म का नैरेटिव है, फिल्म की कहानी जिस अंदाज़ में कही गई है, वह हमेशा खास रहेंगे। फिल्म का गीत संगीत भी आज भी देशभक्ति गीतों के कर्णप्रिय गीतों के रूप में याद किया जाता है। फिल्म वर्ष 2006 में रिलीज हुई थी, लेकिन आज भी अगर इसे देखती हूँ तो मुझे यह प्रासंगिक ही लगती है।
उरी – द सर्जिकल स्ट्राइक
आदित्य धर की फिल्म ‘उरी’ वर्ष 2019 में रिलीज हुई फिल्म है। फिल्म के मुख्य कलाकार विक्की कौशल के करियर के लिए यह फिल्म टर्निंग पॉइंट साबित हुई है। इस फिल्म में भारत द्वारा 2016 में पकिस्तान पर किये गए सर्जिकल स्ट्राइक की कहानी बयां की गई है। हाल ही में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद ‘उरी’ उन फिल्मों में से एक है, जिसने देशभक्ति के जोश को हाई किया। फिल्म का संवाद ‘हाउ इज द जोश : हाई सर’ बेहद लोकप्रिय हुआ। फिल्म हाल के दौर में बनी देशभक्ति पर आधारित फिल्मों में उल्लेखनीय फिल्म है।
सरदार उधम सिंह
शूजित सरकार ने विक्की कौशल को लेकर हाल ही में ‘सरदार उधम सिंह’ बनाई है। यह फिल्म तो हर देशभक्त को देखनी ही चाहिए। सरदार उधम सिंह की कहानी भी अनसंग हीरो की कहानी है, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों की रातों की नींद हराम कर दी थी। इतिहास के एक महत्वपूर्ण हिस्से को फिल्म में दर्शाया गया है। यह फिल्म हर जेनेरेशन के लोगों को देखनी ही चाहिए।
मंगल पांडे
‘मंगल पांडे’ आमिर खान की कामयाब फिल्मों की फेहरिस्त में भले ही न शामिल हों, लेकिन इस फिल्म में निर्देशक केतन मेहता ने आमिर खान के माध्यम से एक ऐसे आजादी के अनसंग हीरो की कहानी बयां की है, जिसकी चर्चा किताबों में भी कम हुई है। ‘मंगल पांडे’ वर्ष 2005 में रिलीज हुई थी। स्वतंत्रता संग्राम के नायक मंगल पांडे का जन्म 1927 में हुआ था। अंग्रेजों के खिलाफ मंगल पांडे ने एक लड़ाई लड़ी थी। 1857 के संग्राम के लिए मंगल पांडे ही वह शख्स थे, जिन्होंने जमीन तैयार की थी। इस फिल्म में जिस तरह का फिल्मांकन किया गया है। उस दौर में टेक्निकल रूप से वैसे एक्सपेरिमेंट करना आसान नहीं होता था। फिल्म की अवधि थोड़ी लम्बी जरूर है, लेकिन इतिहास के पन्नों के अहम मुद्दों को दर्शाती है।
अन्य शानदार फिल्में
इन फिल्मों के अलावा ‘मणिकर्णिका’, ‘लीजेंड ऑफ़ भगत सिंह’, ‘गाँधी’, ‘नेताजी सुभाष चंद्र बोस’, क्लासिक दौर की बातें करें तो अमिताभ बच्चन की पहली फिल्म ‘सात हिंदुस्तानी’, ‘बॉर्डर’, ‘खेले हम जी जान’ से व ‘चिट्टागोंग’ जैसी फिल्में देश भक्ति की कहानी बयां करती है। अक्षय कुमार की ‘केसरी’, ‘एयरलिफ्ट’ व ‘बेबी’ जैसी फिल्मों में भी देश के लिए मर मिटने की भावना को दिखाया गया है।