करण जौहर की फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से अनन्या पांडे ने अपने करियर की शुरुआत की थी। थोड़ा रुक कर, अनन्या पांडे के अभिनय शैली को देखती हूँ तो वर्ष 2019 से अनन्या ने अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन तीन सालों में उन्होंने खुद को साबित कर दिया है। ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के बाद पति, पत्नी और वो में भी वह अभिनय के लिहाज से काफी मैच्योर नजर आई हैं। अब वह शकुन बत्रा की फिल्म ‘गहराईयां’ कर रही हैं, जो कि बहुत जल्द ‘अमेजॉन प्राइम वीडियो’ पर रिलीज होने वाली है, इसमें उनके अभिनय की मैच्योरिटी एक कदम और आगे नजर आ रही है, इससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि आने वाले समय में अनन्या वैसी अभिनेत्रियों की श्रेणी में शामिल होने जा रही हैं, जिनके अभिनय में गहराईयां नजर आ रही है, जो कभी बबली-बबली सा चुलबुला किरदार निभा सकती हैं, तो कभी कॉम्प्लेक्स टिया का किरदार।
जैसा कि शकुन बत्रा की फिल्म ‘गहराईयां’ के ट्रेलर से यह बात स्पष्ट नजर आ रही है कि फिल्म में रिश्तों में मिले धोखे की कहानी दिखाई गई है। आपकी ही बहन के प्रेमी के साथ अगर आप प्यार में पड़ जाएं, तो किस तरह रिश्तें आपस में उलझते हैं और रूप लेते हैं, रिश्तों की कॉम्पलेक्सिटी को शकुन दर्शाने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे में जब मैंने अनन्या पांडे से जानना चाहा कि रियल लाइफ में अगर उन्हें कभी किसी से धोखे मिले, कोई उनके साथ चीटिंग करे, फिर चाहे वह दोस्त हो या परिवार का कोई सदस्य या फिर जिंदगी में आप जिसे बहुत अहमियत देती हों, उस शख्स के धोखे के साथ आप कैसे डील करती हैं या करेंगी।
इस सवाल के जवाब में अनन्या ने कहा
मैं पहले अपने हर रिलेशनशिप को लेकर बहुत अधिक परेशान रहती थी। फिर चाहे मेरी जिंदगी में वह रिश्ता कोई भी हो, क्योंकि मेरे लिए रिश्ते बहुत मायने रखते हैं, मैं स्वभाव से बहुत इमोशनल और ‘गहरी’ इंसान हूँ, तो मैं पहले हर चीज के बारे में काफी अधिक सोचती थी, मैं पहले अधिक दुखी हो जाती थी कि मैं ऐसे क्यों रिएक्ट कर रही हूँ, लेकिन किसी को उस बारे में कुछ कहती नहीं थी, अंदर-अंदर ही सोच कर रह जाती थी। काफी दिन तक परेशान रहती थी। लेकिन अब मैंने चीजों पर रिएक्ट करती हूँ, क्योंकि अगर मैं ऐसा नहीं करूंगी तो बाद में यह बुरी तरह से बाहर आएगा। तो अभी मैं जो खुद के लिए करती हूँ कि मैं अपनी भावनाओं को बाहर आने देती हूँ। अब मुझे जो बुरा लगता है, मैं कहती हूँ कि बुरा लगा है, जो अच्छा लगता है कहती हूँ कि अच्छा है। अब मैं खुद को दबा कर नहीं रखती हूँ और शायद इसलिए अब ज्यादा खुश भी रहती हूँ।
शकुन बत्रा की इस फिल्म यानी ‘गहराईयां’ को हां कहने की वजह भी अनन्या ने बतायी
अनन्या कहती हैं
मुझे शकुन की फिल्मों की सबसे अच्छी बात यह लगती है कि वह अपनी फिल्मों में जबर्दस्ती हैपी एंडिंग नहीं दिखाते, शकुन क्योंकि मानते हैं और ऐसा सच भी है कि जिंदगी में हमेशा हैप्पी एंडिंग नहीं हो सकता है। मुझे उनकी फिल्म ‘कपूर एन्ड सन्स’ ‘का वह प्लंबर वाला सीन याद आता है तो लगता है कि मेरे घर में तो हर दिन वह किस्सा होता है, मतलब शकुन बहुत कनेक्शन जोड़ते हैं रियल लाइफ से अपनी कहानियों में। मुझे उनके साथ काम करके इसलिए भी मजा आया कि उनके डायलॉग्स नहीं, बल्कि आम जिंदगी से जुड़ी बातचीत होती है, इसलिए इसे सहजता से निभाया जा सकता है, इसमें कोई संदेह नहीं है कि मेरे लिए किरदार में ढलना चुनौती तो थी, लेकिन इसके लिए मुझे कोई बारी-भरकम मेकअप या फिर कुछ और की जरूरत नहीं थी। इसलिए मैंने इस कहानी को खूब एन्जॉय भी किया है।
अनन्या फिल्म ‘गहराईयां’ के ट्रेलर में प्रभावित तो कर रही हैं और अब इस संदर्भ में उनसे बातचीत करने के बाद, उनका आत्मविश्वास देख कर मुझे इस फिल्म से उम्मीदें और बढ़ गई हैं कि अनन्या के लिए यह फिल्म टर्निंग पॉइंट साबित हो सकती है ।इस फिल्म में उनके अभिनय को देखने के लिए उत्सुकता काफी बढ़ रही है। लेकिन जाहिर है कि फिल्म की रिलीज यानी 11 फरवरी तक तो इंतजार करना ही होगा।