टेलीविज़न एक्टर्स अपना आधे से ज़्यादा समय सेट पर बिताते हैं, इसलिए सेट उनके दूसरे घर की तरह और को-एक्टर्स उनके दूसरे परिवार की तरह हो जाते हैं। ऐसा ही एक परिवार कुछ रंग प्यार के ऐसे भी का भी है। इस परिवार के सदस्य एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, यहाँ तक की शो के लीड एक्टर, शाहीर शेख़, शो में उनकी माँ का किरदार निभा रहीं ब्यूटीफुल और टैलेंटेड एक्ट्रेस सुप्रिया पिलगांवकर को असल में भी माँ कहकर बुलाते हैं। अब भला इसे दूसरा परिवार नहीं बोलेंगे तो और किसे बोलेंगे?
हाल ही में माँ बेटे की इस जोड़ी ने परफेक्ट फैमिली के बारे में बात की।
सुप्रिया जी ने कहा-
मुझे लगता है कि हर परिवार अपने अधूरे तरीकों से पूरा होता है। परिवार एक ऐसी चीज है, जिसमें हर सदस्य की अपनी विचारधाराएं और मान्यताएं होती हैं। वे हर बात पर सहमत हों या न हों… लेकिन, प्यार, विश्वास और सम्मान ही उन्हें एक साथ बांधता है और एक दूसरे के करीब लाता है। वो मेरे लिए एक आदर्श परिवार है। ‘कुछ रंग प्यार के ऐसे भी’ में कहानी को जिस तरह से बताया गया है, वह मुझे व्यक्तिगत रूप से पसंद है, क्योंकि यह किरदारों की खामियों और असुरक्षाओं को खूबसूरती से उजागर करती है, जो अपने-से लगते हैं। हमारा कोई भी किरदार परफेक्ट नहीं है और शायद यही वजह है कि लोग इन किरदारों से काफी हद तक जुड़ जाते हैं।
शाहीर शेख आगे कहते हैं-
हर परिवार का खुद को व्यक्त करने का अपना अनूठा तरीका होता है – चाहे वह व्यक्तिगत रूप से हो या सामूहिक रूप से। लेकिन मैं यह महसूस करता हूं कि आपसी सम्मान और विश्वास एक ऐसी चीज है, जिससे कभी समझौता नहीं किया जाना चाहिए। यह एक परिवार को परफेक्ट बनाता है, चाहे इसके सदस्यों में कितनी ही कमियां क्यों न हों। यही बात शो में हमारे किरदारों को भी खास बनाती है। जहां व्यक्तिगत रूप से उनकी अपनी सोच हैं – वे एक-दूसरे पर बिना शर्त भरोसा करते हैं और एक-दूसरे का सम्मान भी करते हैं।
तो पढ़ा आपने?
वैसे आपके किये परफेक्ट परिवार क्या है?