अभी हम एक लेजेंड के जाने के दुःख से उभर भी नहीं पाए थे, के ज़िंदगी ने आज हमें एक और झटका दे दिया। हमारे फेवरेट ऐक्टर, ऋषि कपूर इस दुनिया में नहीं रहे। इरफ़ान खान और ऋषि जी के जाने की खबर सुनने के बाद मुझे एक चीज़ समझ आ गई है, लोग कहते हैं मौत बहुत खराब होती है, लेकिन असली बेवफाई तो ज़िंदगी करती है, कभी भी साथ छोड़ जाती है।
जिन्हें नहीं पता उन्हें बता दूँ, ऋषि जी 2018 से ल्युकेमिया से लड़ रहे थे, और उनका इलाज़ दो साल से न्यू यॉर्क में चल रहा था। उनके भाई रणधीर कपूर ने बताया, कल, यानी बुधवार की सुबह, उन्हें साँस की परेशानी की वजह से हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया, जिसके बाद आज सुबह 8:45 बजे उन्होंने अपनी आखरी साँसें ली। उनके आखरी समय में उनकी वाइफ, नीतू कपूर और बेटे रणबीर कपूर उनके साथ ही थे। कपूर फैमिली ने एक स्टेटमेंट रिलीज़ किया, और फैंस को शान्ति बनाते हुए लॉकडाउन का पालन करने के लिये कहा।
स्टेटमेंट में लिखा-
हमारे प्यारे ऋषि कपूर का, ल्यूकेमिया के साथ दो साल की लड़ाई के बाद आज सुबह 8:45 बजे अस्पताल में शांति से निधन हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने कहा कि उन्होंने उन्हें अपने आखरी समय तक एंटरटेन दिया। वो लाइवली रहे, और दो कॉंटीनेंट्स में दो साल इलाज़ के बाद भी पूरी तरह से जीने के लिये डेटरमाइंड थे। परिवार, दोस्त, खाना और फ़िल्में उनका ध्यान बनी रहीं, और इस दौरान उनसे मिलने वाला हर कोई इस बात से हैरान था, कि उन्होंने अपनी बीमारी को किस तरह से उन्होंने खुदपर हावी नहीं होने दिया। वह अपने देश और विदेश के फैंस के प्यार के लिए आभारी थे। उनके चले जाने के बाद उनके फैंस समझेंगे, कि वह एक मुस्कान के साथ याद किया जाना पसंद करेंगे और आँसू के साथ नहीं। व्यक्तिगत नुकसान की इस घड़ी में, हम यह भी समझते हैं कि दुनिया बहुत मुश्किल और परेशानी भरे समय से गुजर रही है। आंदोलन के आसपास और सार्वजनिक रूप से इकट्ठा होने पर कई प्रतिबंध हैं। हम उनके सभी प्रशंसकों और शुभचिंतकों और परिवार के दोस्तों से अनुरोध करना चाहते हैं कि वे लागू होने वाले कानूनों का सम्मान करें। उसके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं होता। वो इसके अलावा और कुछ नहीं चाहते।
ऋषि जी, आप हमेशा हमारे साथ रहेंगे। और हम हमेशा आपको एक स्माइल के साथ ही याद करेंगे।